चैती छठ पूजा 2025: बिहार में तिथि, महत्व और विशेषताएँ

चैती छठ पूजा 2025 कब है?

छठ महापर्व साल में दो बार मनाया जाता है – कार्तिक छठ (अक्टूबर-नवंबर) और चैती छठ (मार्च-अप्रैल)।
साल 2025 में चैती छठ पूजा की तिथि इस प्रकार है:

तारीख: गुरुवार, 3 अप्रैल 2025

षष्ठी तिथि आरंभ: 2 अप्रैल रात 11:49 बजे

षष्ठी तिथि समाप्त: 3 अप्रैल रात 9:41 बजे

इस दिन श्रद्धालु उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

🙏 चैती छठ पूजा का महत्व

चैती छठ पूजा को बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की उपासना के लिए जाना जाता है। मान्यता है कि सूर्य देव की उपासना से जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आशीर्वाद मिलता है।

यह पर्व प्रकृति, सूर्य और जल की आराधना का प्रतीक है।

उपवास और तपस्या से आत्मा शुद्ध होती है और मन को शांति मिलती है।

महिलाएँ संतान की दीर्घायु और परिवार की खुशहाली के लिए यह व्रत करती हैं।

🌼 पूजा विधि और परंपराएँ

नहाय-खाय – भक्त नदी या तालाब में स्नान करके शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं।

उपवास और खरना – उपवास शुरू होता है और शाम को खरना की परंपरा निभाई जाती है।

अर्घ्य अर्पण – डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है।

प्रसाद – ठेकुआ, seasonal फल, और गुड़ से बने प्रसाद को वितरित किया जाता है।

✨ बिहार में छठ का महत्व

बिहार में छठ पूजा सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि संस्कृति और आस्था का सबसे बड़ा पर्व है। गंगा घाटों और तालाबों पर लाखों श्रद्धालु एकत्रित होकर सामूहिक रूप से पूजा करते हैं। इस दौरान गाए जाने वाले लोकगीत और जल में जलते दीयों की छटा देखने लायक होती है।

🌺 निष्कर्ष

चैती छठ पूजा 2025, 3 अप्रैल को पूरे बिहार और आस-पास के राज्यों में बड़ी श्रद्धा और उत्साह से मनाई जाएगी। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की कृपा पाने का श्रेष्ठ अवसर है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने से न केवल स्वास्थ्य लाभ मिलता है बल्कि जीवन में खुशहाली और समृद्धि भी आती है।

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